Monday, February 28, 2011

चले वो कदम-कदम जो स ाथ मेरे,
तो उसके स ाथ स े प्यार हो जाए...
थामे जो प्यार स े हाथ मेरा,
तो अपने हाथ स े प्यार हो जाए...

जिस रात आए ख्वाबों में वो,
उस स ुहानी रात स े प्यार हो जाए...
जिस बात में आए जिक्र उसका,
तो उस ी बात स े प्यार हो जाए...

जब पुकारे प्यार स े मेरा नाम,
तो अपने ही नाम स े प्यार हो जाए...

No comments:

Post a Comment